✍ लेखक : हरु मेहरा
भारत आज एक ऐतिहासिक मोड़ पर खड़ा है। विश्व व्यवस्था में अस्थिरता और आर्थिक विभाजन के बीच, भारत के पास अपनी सबसे बड़ी संपदा है — उसकी युवा आबादी। यह केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि भविष्य को आकार देने वाली शक्ति है। अब समय है इस जनसांख्यिकीय लाभ को वास्तविक आर्थिक और सामाजिक ताकत में बदलने का।
पर सवाल यह है – भारत को अब कौन-से ठोस कदम उठाने होंगे ताकि वह एक सशक्त और सम्मानित वैश्विक शक्ति बन सके?
हमें प्रक्रियाओं में पारदर्शिता लाकर, नौकरशाही को न्यूनतम करते हुए एक भरोसेमंद और अनुकूल कारोबारी माहौल बनाना होगा:
• जीएसटी और कानूनी प्रक्रियाओं को सरल बनाना
• स्टार्टअप, MSMEs और श्रम बाज़ार के लिए लचीले नियम
• डिजिटल और स्वचालित कंप्लायंस सिस्टम
भारत के DPI मॉडल को अब AI, IoT, और मानवीय रचनात्मकता के साथ जोड़ते हुए इंडस्ट्री 5.0 में प्रवेश करना होगा:
• AI से सर्विस डिलीवरी और प्रशासन में गति
• स्मार्ट टेक्सेशन और डेटा-आधारित नीतियाँ
• R&D और ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश
भारत को एक ऐसे देश के रूप में प्रस्तुत करना होगा जहाँ निवेश और इनोवेशन को संरक्षित और प्रोत्साहित किया जाता है:
• स्थिर और दीर्घकालिक नीति ढांचा
• FDI नियमों में स्पष्टता और लचीलापन
• बौद्धिक संपदा और निवेश संरक्षण कानूनों में मजबूती
पर्यटन एक करोड़ों युवाओं को रोजगार देने वाला क्षेत्र बन सकता है:
• वीज़ा ऑन अराइवल जैसी पहल
• सांस्कृतिक स्थलों का डिजिटलीकरण और मार्केटिंग
• स्किल्ड टूरिज्म गाइड्स और सांस्कृतिक प्रतिनिधि तैयार करना
हमें अपने शहरी केंद्रों को आधुनिक आर्थिक हब में बदलना होगा:
• स्मार्ट ट्रांसपोर्ट, डेटा-सक्षम गवर्नेंस
• नगरपालिका निवेश मॉडल और PPPs
• हरित और लचीला शहरी डिजाइन
भारत की नई पीढ़ी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए:
• स्कूल स्तर पर प्रैक्टिकल स्किल्स और AI- आधारित शिक्षा
• शिक्षकों की निरंतर ट्रेनिंग
• इंडस्ट्री और शिक्षा का गठजोड़ – अप्रेंटिसशिप, इंटर्नशिप, प्रोजेक्ट्स
भारत incremental नहीं, अब transformational बदलाव चाहता है।
हमें नीतियों को युवा-केंद्रित और भविष्य-केंद्रित बनाना होगा। क्योंकि अगर हमने यह मौका गँवा दिया — तो जनसंख्या लाभ चुनौती बन सकता है।
Le Frehindi वर्षों से भारत और यूरोप के बीच एक ज्ञान, भाषा और संस्कृति के पुल का काम कर रहा है:
• फ्रांस और यूरोप के स्कूलों से एक्सचेंज प्रोग्राम
• भारतीय छात्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं, इंटर्नशिप
• NEP आधारित साझेदारी और भाषा-आधारित ट्रेनिंग
• ग्रामीण भारत में विदेशी भाषा की पहुँच और अवसर
हमारा उद्देश्य है कि हर युवा को मिले सही स्किल, सही exposure और एक वैश्विक दृष्टि।
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Sous le patronage de l'Ambassade de l'Inde à Paris, notre mission est de favoriser l'intégration des jeunes talents et des familles indiennes dans la société française et d'autres pays francophones (पेरिस में भारतीय दूतावास के संरक्षण में, हमारा मिशन भारतीय युवाओं और परिवारों के कौशल को फ्रांस और अन्य फ्रेंच भाषी देशों की समाज में एकीकरण को बढ़ावा देना है ).
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